दुनिया में बहुत सी ऐसी अनोखी, अविश्वसनीय और अजीब चीजें हैं जिन पर हम चाहकर भी विश्वास नहीं कर पाते। भूत प्रेतों से सम्बंधित किस्से भी ऐसे रहस्यों में से एक हैं।शायद इसलिए क्यूंकि यदि विश्वास हो जाए तो मन में एक डर बैठ जाता है। इसलिए हममे से अधिकाँश लोग इस प्रकार की बातों को अनदेखा या अनसुना करना ही उचित समझते हैं। वहीँ अंधविश्वास के कारण एक मनोरोगी को भी भूत प्रेत से जोड़कर देखा जाता है। कहा जाता है कि भूत प्रेतों की एक अलग ही दुनिया है जिसे आज तक कोई नहीं समझ सका है। इस्लाम धर्म में भी ऐसी शक्तियों को जिन्न का नाम दिया जाता है। तो आइये जानते हैं कि भूत प्रेत और जिन्न में क्या अंतर है?
क्या कहता है विज्ञान ?
पहले विज्ञान ने भी इस प्रकार की आत्माओं के अस्तित्व को नकार दिया था। परन्तु अब विज्ञान भी इसे दिव्य ऊर्जा मानता है। यदि तार्किक दृष्टि से देखा जाए या यदि हमारे शास्त्रों में आत्माओं के विषय में जो उल्लेख है उस दृष्टि से देखा जाए तो वास्तव में भूत प्रेत मनुष्य का सूक्ष्म शरीर हैं। जिस शरीर को अभी हम धारण किये हुए हैं यह स्थूल शरीर है। जिसके अंदर सूक्ष्म शरीर, आकाश शरीर, मानस शरीर, आत्मिक शरीर, ब्रह्म शरीर व निर्वाण शरीर होते हैं। जब मनुष्य की मृत्यु होती है तब उसका स्थूल शरीर नष्ट हो जाता है। परन्तु सूक्ष्म शरीर नया शरीर धारण करता है। इस सूक्ष्म शरीर को नया जन्म तब तक मिलता रहता है जब तक उसे मोक्ष नहीं मिल जाता।
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यह सूक्ष्म शरीर स्थूल शरीर से निकलने के बाद जब तक दूसरा शरीर नहीं धारण कर लेता तब तक भटकता रहता है। चूँकि उसकी उपस्थिति हमसे भिन्न प्रकार की है, इसलिए हम उसे भूत प्रेत का नाम दे देते हैं। कुछ आत्माओं को नया शरीर जल्दी प्राप्त हो जाता है और कुछ को लम्बी प्रतीक्षा भी करनी पड़ती है। जब मनुष्य ऐसी आत्माओं की उपस्थिति महसूस करता है तो उसे लगता है कि उसके आसपास भूत-प्रेत हैं। इस प्रकार जब मनुष्य की मृत्यु के पश्चात उसका सूक्ष्म शरीर एक असाधारण स्थिति में होता है तो इस स्थिति को ही भूत प्रेत कहा जाता है। इसलिए जब ऐसा कहा जाता है कि किसी व्यक्ति पर देवी या माता आ गयीं, तो यह स्थिति भी समान ही होती है।
भूतों का महीना
सामान्य तौर पर इन्हें नकारात्मक शक्तियां माना जाता है जो बहुत ही चंचल व् बेचैन होती हैं। परंपरागत तौर पर यह माना जाता है कि ये वे आत्माएं हैं जिनकी अकाल मृत्यु हुई हो या किसी हिंसा के कारण, दुर्घटना में या फिर किसी ने आत्महत्या की हो। इसी कारण ये आत्माएं अतृप्त होती हैं। यद्यपि ऐसा बहुत ही कम होता है कि इस प्रकार की आत्माएं सांसारिक कार्यों में हस्तक्षेप करें या मनुष्यों को डराने का प्रयास करें। इस प्रकार की गतिविधियां बहुत ही असाधारण परिस्थितयों में होती हैं। इसलिए ऐसी आत्माओं या मनुष्य के सूक्ष्म शरीर से न तो डरने की आवश्यकता है और न ही इनके अस्तित्व को नकारने की। इस प्रकार की आत्माओं में केवल भारत में नहीं अपितु लगभग सभी देशों में विश्वास किया जाता है।
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अमेरिका में हैलोवीन मनाया जाता है जिसमे आत्माओं से संवाद किये जाने की प्रथा है। ताइवान में लोग भूत दिखने का दावा करते हैं वहीँ कोरिया, चीन, वियतनाम, और जापान देशों में भूतों का महीना मनाया जाता है। इस महीने में एक दिन घोस्ट डे यानी प्रेत दिवस के रूप में मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन आत्माएं पृथ्वी पर मुक्त रूप से विचरण करती हैं।
क्या है जिन्न ?
इस्लाम धर्म में इस प्रकार की आत्माओं को जिन्न का नाम दिया गया है। तो आइये अब जानते हैं कि भूत प्रेत और जिन्न में क्या अंतर है। इस्लाम धर्म के अनुसार, मरने के बाद जो रूहें इस दुनिया में भटकती रहती हैं उन्हें जिन्न या जिन्नात कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि अधिकांश जिन्न इंसानों को हानि पहुंचाते हैं, इंसानों को हानि न पहुंचाने वाले जिन्न बहुत कम होते हैं। ये मानव शरीर को अपने वश में करने की ताकत रखते हैं। बहुत से जिन्न उड़ने और गायब होने की शक्ति भी रखते हैं।कहा जाता है कि जिन्न अपने वास्तविक रूप में बहुत कम रहते हैं और इंसानो की तरह ही रहते हैं। शादी करना, बच्चे को जन्म देना आदि इनके भी जीवन का भाग हैं। ये धार्मिक स्थलों या पुस्तकों से दूर रहते हैं। इनके रहने का स्थान अधिकतर सुनसान जगह ही होती हैं। ऐसा भी कहा जाता है कि इनकी उत्पत्ति बिना धुंए की आग से हुई है।
इस्लाम में जिन्नो को 5 श्रेणी में बांटा गया है: आइये जानते हैं कौन सी हैं ये पांच श्रेणियां
1.मरीद
ये जिन्न सबसे खतरनाक और ताकतवर होते हैं। लोकप्रिय कहानी अलादीन का चिराग में भी इसी श्रेणी के जिन्न को दिखाया गया है। ये समुद्र या खुले पानी में पाए जाते हैं। ये हवा में उड़ने की भी ताकत रखते हैं।
2.इफरित
इफरित जिन्न विचारों को समझने और इंसानो को अपना दोस्त बनाने की काबिलियत रखते हैं। ये महिला और पुरुष के समान जोड़ों में रहते हैं।
3.सिला
सिला जिन्न केवल एक महिला ही हो सकती है। एक महिला की मृत्यु के पश्चात ही ऐसे जिन्न अस्तित्व में आते हैं। ये बहुत ताकतवर होते हैं।
4.घूल
घूल जिन्न इंसान का मांस खाते हैं और कब्रिस्तान के आसपास ही रहते हैं। ये जिन्न इंसानो के लिए सबसे अधिक खतरनाक होते हैं।
5.बेताल
ये जिन्न इंसानों का खून पीकर ही जिन्दा रहते हैं। विक्रम बेताल की कहानियों में इसी जिन्न को दिखाया गया है। इन जिन्नो में भूत और भविष्य दोनों को देखने की ताकत होती है।